सरकार ने 5 लाख मेट्रिक टन प्याज खरीदने का लिया फैसला जिसे प्याज की कीमतों में आ सकती हे गिरावट हाल ही में सरकार ने प्याज आयत करने का बड़ा फैसला लिया है सरकार ने 5 लाख मेट्रिक टन प्याज खरीदने फैसला लिया हे | वहीं घरेलू उपलब्धता में सुधार के लिए 40% निर्यात शुल्क लगा दिया हे |
प्याज पर निर्यात शुल्क बढ़ाया
सरकार दुवारा कीमतों के बढ़ने की आशंका के बिच देश के घरेलू उपलब्धता को बढ़ाने के लिए 19 अगस्त को 40 % निर्यात शुल्क लगा दिया था जो की 31 दिसबर 2023 तक रहेगा | सरकार दुवारा सारी कोशिसो के बाद भी प्याज के भाव में गिरावट नहीं दिखी ,सर्कार दुवारा 40 %निर्यात शुल्क लगाने के बाद व्यापारियों की तरफ विरोध किया गया |
सरकार के नियम से निर्यातक ना खुश
देश के व्यापारियों का कहना हे की प्याज के भाव में तेजी मंदी मंडियों में आवक पर निर्भर हे सरकार के इस फैसले से निर्यातक और व्यापारी खुश नहीं हे सरकार के इस फैसले का बहुत सारे महाराष्ट्र प्याज उत्पादक व्यापारियों दुवारा विरोध किया गया |
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क्या प्याज की कीमत होगी और कम
प्याज की कीमत और कम होगी। कीमत में कमी की शुरुआत हो भी गई है।मड़ियो में प्याज की कीमत 17 रुपये से 32 रुपये प्रति किलो के बीच थी। अब अधिकतम कीमत घटकर 26 रुपये प्रति किलो पर आ गई है। यानी प्याज के प्रति किलो कीमत में 5 रुपये की कमी हुई है। सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर टैक्स लगाने से भारत का प्याज विदेशों में काफी महंगा हो गया है। भारत की तुलना में दुनिया के कई देशों के प्याज सस्ते में उपलब्ध हैं। यानी भारतीय प्याज का निर्यात अब संभव नहीं होगा क्योंकि बाहर खरीदार नहीं मिलेंगे। इससे भारतीय बाजार में प्याज की उपलब्धता और बढ़ेगी। ऐसे में कीमत में बढ़ोतरी की कोई संभावना नहीं है।इसके चलते भाव कम होने की समभावना हे |