chana teji mandi : चने की तेजी मंदी से जुड़े कुछ खास फेक्ट आज के इस ब्लॉग पोस्ट में अपडेट किये गए हे | आने वाले समय में चने का भाव क्या रह सकता हे इससे जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट आज की इस पोस्ट में अपडेट किये गए हे |
इंदौर देश की प्रमुख चना उत्पादक राज्यों में इस बार चने की फसल अच्छी देखी जा रही है, खुले बाजार में भाव कमजोर होने को लेकर, नई फसल को किसान अच्छे भावों में बेचने के लिए समर्थन मूल्यों की और रुख कर सकते है। नैफेड द्वारा रबी 2022 चना की बिक्री के लिए कुछ निविदाएं पारित किए जाने की वजह से कीमतों में नरमी है। हालांकि विशेषज्ञों को उम्मीद है कि चने के रकबे में गिरावट की वजह से मीडियम से लॉन्ग टर्म में कीमतों में मजबूती रहेगी। चने का है भाव 5,350 रुपये और मीडियम टर्म में 5,500 रुपये के स्तर को छू सकता है।\
चने की कीमतें समर्थन मूल्य से ऊपर नहीं जा रही है ।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के 1 मुताबिक देशभर में 107.82 : लाख हेक्टेयर में चने की बुआई हो चुकी है, जो कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1.24 फीसदी कम है। हालांकि ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल की तुलना में चने के कुल रकबे में करीब 7-8 फीसदी की कमी की संभावना है। एफसीआई के पास चने का स्टॉक करीब 32,000 टन चने की खपत बढ़ी
Chana Teji Mandi
वर्तमान मे चने की मांग सामान्य होने के कारण भाव कम हल-चल में है। बता दे की हमें हर साल करीब करीब 85 और 90 लाख टन चने से घरेलू जरूरत पूरी की जाती है। यदि उपज अच्छी बैठती है तो घरेलू और अन्य • जरूरत को पूरा करने के साथ निर्यात की भी संभावना बन सकती है। सरकारी नीतियों और अच्छी उपज के कारण दलहनी फसलो के दाम अच्छे देखने को मिल सकते है। एफसीआई ने रबी 2022 में करीब 73,650 मीट्रिक टन चने की खरीद की है, जिसमें से
तकरीबन 41,650 मीट्रिक टन की बिक्री हो चुकी है। 2022 के सीजन से नेफेड के पास करीब 25 लाख मीट्रिक टन चने का स्टॉक है। 25 लाख मीट्रिक टन में से करीब 15 लाख मीट्रिक टन रियायती मूल्य पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए बफर में जाएगा। वहीं 2022 सीजन से खुले बाजार में बिक्री के लिए करीब 10 लाख मीट्रिक टन स्टॉक नेफेड के पास छोड़ दिया है।