देश के कही सूखे के हालात से गुजर रहे खंडवा में किसानों ने बड़ा आंदोलन किया। मंगलवार को 200 ट्रैक्टरों से पहुंचे 5 हजार किसानों ने शहर में रैली निकाली। फिर कलेक्ट्रेट का घेराव कर हूंकार भरी। प्रशासन को चेतावनी दी कि 8 दिन के भीतर सूखा घोषित करो वरना स्पीड पोस्ट से पीएम मोदी और सीएम शिवराजसिंह को चूड़ियां भेजेंगे। कलेक्टरेट परिसर में धरना देकर दाल-बाटी बनाएंगे ।
किसानों ने संयुक्त कृषक संगठन के बैनर तले प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। किसानों ने कहा- खरीफ सीजन की सभी फसलें बर्बाद हो चुकी है। कुओं, तालाबों में पानी नहीं है, भविष्य में गेहूं और चने की फसल भी नहीं बो पाएंगे। किसानों की हालत बहुत खराब है। एक दिन पहले ही पुनासा के दैत गांव में किसान ने आत्महत्या कर ली। हमारी प्राथमिक मांग जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर तत्काल राहत राशि प्रदान की जाए।
टैक्टर रैली निकल कर किया प्रदर्शन
खास बात यह रही कि, ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों ने स्थानीय नेताओं पर आक्रोश जताया। इंदिरा चौक पर भाजपा कार्यालय के सामने किसान नेताओं ने डीजे साउण्ड पर कहा- मुआवजा नहीं मिला तो इन नेताओं को चुनाव में इनकी औकात बता देंगे। वहीं बांबे बाजार से निकलते हुए किसानों ने व्यापारियों के लिए कहा कि नेता-मंत्रियों के स्वागत में आप लोग बैनर-पोस्टर लगाते हो। किसानों को कम से कम पानी तो पिला देते। किसानों के बल पर ही तो तुम्हारी दुकान चलती है।
सूखाग्रस्त घोषित करने की माँग
किसानों के साथ महिलाएं भी पहुंची। बरूड़ की रहने वाली सुकन्या पटेल बताती है कि, खेतों की हालत ठीक नहीं है। हम लोग हमारे खेत में धाकड़ी करने लायक भी नहीं रहे हैं। गांव में पानी की बहुत समस्या हो गई है। जिले को सूखाग्रस्त घोषित करके किसान परिवारों को राहत देना चाहिए। यह सरकार का जिम्मा है और हमारा अधिकार। हम अधिकार के लिए लड़ मरेंगे। जिला सूखाग्रस्त घोषित नहीं हुआ तो 8 दिन बाद कलेक्ट्रेट में दाल-बाटी बनाएंगे। डाक के जरिए हम सभी महिलाएं शिवराजसिंह और मोदी को चूड़ियां भेजेंगी।