मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश की कमी के कारण प्याज की बुवाई नहीं हो पाई हे | आगे बारिश के सकेत के माध्यम से प्याज की बुवाई फिर से जारी की जाएगी इस वर्ष प्याज की बुवाई सिमित मात्रा में देखने को मिल रही हे | अभी मंडियों में प्याज की अवाक की स्तिथि पिछले वर्ष के मुताबिक काफी कम देखने को मिल रही हे | प्याज के बाजारों में काफी बड़ी गिरावट के बाद बाजारों में तेजी देखने को मिली | इस तेजी को देखते हुए सरकार ने फिर प्याज की कीमतों को सिमित दायरे में रखने की मांग की गयी हे | इस फैसले को देखते हुए बाजारों में आगे ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं जताई जा सकती हे |प्याज का आगे का भविष्य बारिश के अंतर्गत ही देखा जाएगा | देखिए प्याज के बाजार की मुख्य रिपोर्ट |
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प्याज में आगे बाजार की स्तिथि
प्याज की आपूर्ति कमजोर चलते प्याज के दाम में तेजी देखने को मिल रही है | वहीं खुदरा मूल्य में भी इस सफ्ताह के लास्ट तक कीमतों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। रिपोर्ट महीने के अंतिम सप्ताह तक प्याज की कीमत बढ़ाकर 40 से 50 रुपए प्रति कुंटल पहुंचने की संभावना जताई जा रही हे । प्याज की आवक अक्तूबर में अंतिम सफ्ता से प्रारम्भ होगी प्याज की आवक की आपूर्ति बढ़ने से दोबारा से कीमत घटने के आसार जताए जा रहे हे ।
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सरकार का फैसला प्याज की कीमतों को रोकने के लिए
वर्तमान में प्याज की कीमत में लगातार हो रही वृद्धि को रोकने के लिए सरकार ने उठाया बड़ा कदम । सरकार ने अब 3 लाख टर्न प्याज का बंपर स्टॉक को मार्केट में निकलने का फैसला लिया है। ताकी प्याज की कीमतों पर दबाव डाला जा सके । सरकार द्वारा यह कार्य नाफेड एवम् एनसीसीएफ के जरिए बजारों में प्याज भेजा जाएगा। इस समय सरकार के पास करीबन अधिक 2.51 लाख टर्न का स्टॉक उपलब्ध है पिछले तीन साल के मुकाबले 3 गुणा से अधिक मॉल की आपूर्ति है।
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प्याज की मुख्य रिपोर्ट
प्याज से जुडी मुख्य रिपोर्ट के मुताबिक उपभोकता मंत्रालय के सचिव द्वारा हाल ही में नाफेड और एनसीसीएफ के मैनेजिंग से मुलाकात की है। अधिक स्टॉक में उपलब्ध प्याज को मार्केट में उपलब्ध करने के लिए कई प्रकार के सुझाव दिए गए हैं ताकि कीमतों पर दबाव दिया जा सके। । रियायती दरों पर सहकारी समितियों, खुदरा दुकानों के जरिए भी प्याज़ को बेचा जाएगा ।