देश में सोयाबीन की बिजाई 124 लाख हेक्टेयर से अधिक में हुई है जो गत वर्ष की तुलना में काफी अधिक है | बुवाई का रकबा बढ़ने के कारण उत्पादन अधिक होने की संभावना है लेकिन अगस्त माह में हुई बहुत कम वर्षा के कारण उत्पादन प्रभावित होने की आशंका भी हे | मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की मंडियों में बिकवाली के कारण के सोयाबीन के भाव 5050 /5200 रुपए तथा लूज में 4800/4900 रुपए प्रति क्विंटल रह गए | सांगली लाइन में नया सोयाबीन की आवक का श्री गणेश हो गया है तथा इसके भाव 4900 /5150 रूपये प्रति क्विंटल देखने को मिली | आने वाले समय नए मालो का दबाव बढ़ाने की संभावना है वर्तमान सीजन को देखते हुए ज्यादा घट-बढ़ की संभावना नहीं है | नए मालों की आवक होने तक बाजार सीमित उतार-चढ़ाव के बीच में घूमता दिखेगा |
सोयाबीन में लंबी तेजी अनुमान नहीं
आने वाले छः-सात दिनों में सोयाबीन में लंबी तेजी की उम्मीद नहीं है | बढ़ी हुई कीमत पर भी प्लांटों की लिवाली कमजोर पड़ने से गत सप्ताह जलगांव में सोयाबीन 150 रुपए मंदा होकर 5050 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गया हे | निवेशकों के मध्य व्यापार की लिवाली कमजोर पड़ने से शिकागो का प्रोजेक्शन 55 प्वाईंट माइनस में होने और केएलसीई के सक्रिय तिमाही पाम तेल वायदा में 93 रिंगिट प्रति टन की मंदी आने की खबर मिली हे | आगामी हफ्ते में हाजिर में सोयाबीन में लंबी तेजी का अनुमान नहीं है |
सोया तेल तेजी के आसार कम
आयातित तेलों में नरमी का रुख होने एवं मांग घटने से पिछले सप्ताह के दौरान सोया रिफाइंड तेल के भाव 400 रूपये घटकर 9500 रूपये प्रति क्विंटल रह गए | बिजाई का रकबा बढ़ने से चालू सीजन के दौरान देश में सोयाबीन का उत्पादन अधिक होने की संभावना है। महाराष्ट्र के सांगली लाइन में सीमित मात्रा में नये सोयाबीन की आवाक शुरू हो गई है | राजस्थान मे स्टॉकिस्टों की बिकवाली से सोया तेल की कीमतों में मंदे का रूख रहा | आगामी सप्ताह में इसमें अभी तेजी की संभावना नहीं है |
यह भी पढ़े- मण्डी व्यापारियों की अभी तक नहीं हुई हड़ताल खत्म,जाने सोयाबीन के प्लांट भाव पर कितना पड़ा असर